अब उत्तर प्रदेश सरकार यूपी नवीन छतरी योजना के साथ हाजिर हुई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने सरकारी आवास पर 18 जुलाई, 2020 के दिन अनुसूचित जाति के गरीबों के सर्वांगीण विकास के लिए यूपी नवीन रोजगार छतरी योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना का उद्देश्य दलित श्रमिकों की मदद कर रोजगार प्रदान करना है। इस योजना का फोकस अनुसूचित जाति के लाभार्थियों को रोजगार जमाने में वित्तीय मदद देने के साथ ही उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना भी है। नवीन छतरी योजना के तहत कोरोना संक्रमण की वजह से विस्थापित, लाकडाउन के प्रभावितों या बेरोजगार हुए अनुसूचित जाति के साढ़े सात लाख परिवारों को लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और साथियों हम आपको यह भी स्पष्ट कर दें कि इस योजना का नाम यूपी नवीन छतरी योजना रखा ही है इसीलिए गया है, क्योंकि इसमें एक ही छतरी के नीचे गोपालन, सैलून आदि जैसे विभिन्न व्यवसायों के लिए लोन और अनुदान की व्यवस्था की गई है। एक ही छत के नीचे हर प्रकार के व्यवसाय के लिए अवसर लोगों के पास मौजूद है। योजना के द्वारा मिलने वाली धन राशि का उपयोग ज्यादातर लोग परचून की दुकान, जनरेटर सेट, लांड्री और ड्राई क्लीनिंग, साइबर कैफे, टेलरिंग, बैंकिंग कारेस्पांडेंट, टंट हाउस, गोपालन आदि के लिए करेंगे। यह सभी काम ऐसे हैं, जिनके लिए उन्हें किसी विशेष स्किल की आवश्यकता नहीं। यूपी नवीन रोजगार छतरी योजना का लाभ उठाने के लिए क्या-क्या पात्रता निर्धारित की गई हैं।
आवेदक को उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए, आवेदक को पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना के तहत रजिस्टर्ड होना चाहिए एंव आवेदक का आधार कार्ड, आवेदक का मोबाइल नंबर, आवेदक का परिचय पत्र एंव आवेदक का बैंक खाते का ब्योरा।
उत्तर प्रदेश में 18 हजार बैंक शाखाएं हैं। हर बैंक शाखा को यह लक्ष्य दिया गया है कि वह प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार कम से कम दो अनुसूचित जाति जनजाति और महिला लाभार्थियों को अनिवार्य रूप से लोन उपलब्ध कराए। इस तरह से 36 हजार लोगों को इस योजना से लाभान्वित किया जा सकता है।
आपको बता दें कि इस योजना को लेकर अभी कोई आधिकारिक वेबसाइट उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी नहीं की गई है। जैसे ही इस योजना के संबंध में ऑनलाइन आवेदन या ऑफलाइन आवेदन शुरू होंगे हम उसके बारे में आपको सारी जानकारी प्रदान करेंगे। आपको बस हमारी वेबसाइट पर लगातार नजर रखनी होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि आवेदन जल्द ही शुरू कराए जाएंगे।
The Unique Identification Authority of India (UIDAI) has introduced a valuable offering known as the 16-digit Virtual Identity (VID) Number for all residents. With this development, individuals will no longer be required to divulge their 12-digit Biometric Identification Number or Aadhaar Number in various situations. Instead, they can easily generate or retrieve their VID through the UIDAI Portal and utilize it for any necessary purposes. The Virtual ID will serve as a replacement for the Aadhaar Number in processes involving authentication and Know Your Customer (KYC) requirements. This innovative UIDAI Aadhaar Service is designed to enhance the privacy and security of the Aadhaar Database, providing individuals with added confidence in their personal information. The 16-digit Virtual ID serves as a protective barrier within the Aadhaar Database, addressing the privacy apprehensions of the populace. Individuals can employ this Aadhaar Service for activities such as acquiring a new S
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