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[1 फ़रवरी से लागू] सवर्ण 10% आरक्षण लाभ कैसे मिलेगा EWS Economic backward section 1 feb

 

सवर्ण आरक्षण पात्रता मापदंड –

सवर्ण आरक्षण के लिए विशेष तौर पर कुछ विशेष मापदंड तैयार किये गए हैं जिनके आधार पर केवल कुछ ही सवर्णों को आरक्षण दिया जायेगा | जो निम्न लिखित मापदंडों के अंतर्गत आते हैं:-

सालाना आय :- सवर्ण आरक्षण के लिए वार्षिक आय आठ लाख तक की आय तय की गयी है | जो भी साल भर में व्यक्ति 8 लाख से कम आमदनी जुटा पाता है केवल उन्हीं को इस सुविधा का लाभ दिया जायेगा | पर ससंद में इस बिल के पास होने के दौरान रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि भविष्य में राज्य सरकारें आठ लाख की वार्षिक आय की सीमा को बढ़ा या घटा भी सकती हैं | फिलहाल इस मुद्दे पर कोई ताजा पुष्टि की खबर सामने नहीं आई है व आठ लाख की ही सीमा तय की गयी है |

कृषि भूमि :- दस प्रतिशित सवर्ण आरक्षण के तहत व्यक्ति की कृषि भूमि की सीमा भी तय की गयी है | सामान्य वर्ग के अंतर्गत जो लोग आते हैं उनके पास अगर कृषि भूमि 5 एकड़ से कम है तो ही उनको आरक्षण दिया जायेगा | सवर्ण होने के बावजूद भी अगर किसी व्यक्ति पर पांच एकड़ से अधिक जमीन है तो वह इस  योजना के अंतर्गत नहीं आते और ना ही आरक्षण के लिए आवदेन कर सकते हैं |

ये है 10% सवर्ण आरक्षण 2019 –

सामान्य या सवर्ण जाति के अंतर्गत जो भी भारत का निवासी आता है | व वह आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है तो उन लोगों को सरकार द्वारा नौकरियों और शिक्षा के संस्थानों में 10 प्रतिशित आरक्षण की छूट दी जाएगी | जो की कानूनी तौर पर वैध होगा | इस 10% सवर्ण आरक्षण को 07 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री द्वारा लांच किया गया था | सवर्ण आरक्षण का मुख्य उद्देश्य था वास्तविक रूप  से  पिछड़े सवर्ण वर्ग के समुदाय के जो लोग हैं उन्हें दस प्रतिशित आरक्षण देकर रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन अवसर प्रदान करना |

शहरी सवर्ण का घर :-

ग्रामीणों के साथ साथ शहर में रह रहे सामान्य वर्ग के लोगों के लिए भी आरक्षण तय किया गया है परन्तु केवल वह ही शहरी लोग इसके अंतर्गत शामिल होते हैं जिनका घर 1000 स्कायर फ़ीट के दायरे में बना हुआ है व अगर तय की गयी सीमा से ज्यादा जमीन में घर बना हुआ तो वह व्यक्ति भी आरक्षण का लाभ नहीं उठा सकता है |

ग्रामीण जर्नल कैटागिरी में बना घर :- गाँव में सवर्णों के लिए 2000 स्कायर फ़ीट की सीमा तय की गयी  है | व्यक्ति का घर केवल तय की गयी सीमा के अंतर्गत ही बना होना चाहिए | इन सब मापदंडों का होना सामान्य वर्ग के लोगों के लिए अनिवार्य है व वह तभी आरक्षण की सूची में शामिल हो सकते हैं |


सवर्ण आरक्षण के लिए ये डाक्यूमेंट्स है महत्वपूर्ण –

इनकम सर्टिफिकेट :- सबसे प्रमुख रूप से आवेदनकर्ता को आय प्रमाण पत्र को जमा करवाना अनिवार्य है जिस की सहायता से इस बात की पुष्टि हो सके की व्यक्ति की वार्षिक आय आठ लाख से कम है व वह इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए कानूनी रूप से वैध है | व्यक्ति द्वारा जो भी  इनकम सर्टिफिकेट जमा करवाया जायेगा | वह परिवार की आय के आधार पर होना चाहिए |

जाति प्रमाण पत्र :- जिस प्रकार अन्य जातियों को आरक्षण लेने के लिए अपना जाति प्रमाण पत्र बनवाना होता था ठीक उसी प्रकार अब सामान्य वर्ग के लोगों को भी जाति प्रमाण पत्र बनवाना होगा | भारत में इस से पहले किसी भी जर्नल कैटागिरी के व्यक्ति को इसकी जरूरत नहीं पड़ती थी परन्तु अब हर सामान्य  वर्ग के व्यक्ति को नौकरी के समय और शिक्षा संस्थानों में एडमिशन के समय इसे जमा करवाना होगा | जिस के आधार पर ही आरक्षण दिया जायेगा |

पैन कार्ड :-  इस दस्तावेज  की  जरूरत उन लोगों को होगी  जो जर्नल कैटागिरी के होने के साथ ही नौकरी के लिए अप्लाई करेंगे | फिलहाल पैन कार्ड को शिक्षा संस्थानों में जमा करवाने की आवश्यकता नहीं है |

आधार कार्ड :- अगर किसी जर्नल कैटागिरी के व्यक्ति ने आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो जरूर बनवा लें क्यों की आधार कार्ड  पर अंकित नंबर से व्यक्ति की सम्पूर्ण जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है इसलिए सुरक्षा के नजरिये से नौकरी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को आधार कार्ड को जमा करवाना अनिवार्य कर दिया गया है |

जनधन योजना :- 

इस सुविधा की प्राप्ति के लिए व्यक्ति का जनधन योजना के तहत बैंक में खाता होना चाहिए क्योंकि इसके अंतर्गत सिर्फ उन्ही लोगों का खाता खोला जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं |

सवर्ण आरक्षण से होने वाले लाभ –

सामाजिक समानता :- भारत की सरकार ने “सब का साथ सब का विकास” के नारे को सिद्ध करने के लिए इस आरक्षण का लाभ लोगों को दिया है | इस आरक्ष्ण का सबसे बड़ा लाभ यह होगा | कि सामाज में रह जो भी लोग असमानता का शिकार हो रहे थे | वह अब समाजिक समानता महसूस करेंगे | क्योकि इस से  पहले इतिहास में कभी जर्नल कैटागिरी के लोगों की किसी भी क्षेत्र में किसी भी प्रकार का आरक्षण नहीं दिया जाता था | यह आरक्षण समाज में रह रहे सवर्णो के लिए एक क्रान्ति की तरह है | इस से लोगों में अन्याय की भावना खत्म होगी |

आर्थिक स्थिति होगी मजबूत :- समान्य वर्ग के गरीब लोग जो किसी न किसी कारण से अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूर नहीं कर पा रहे थे उन्हें इस योजना की सहायता से काफी मदद मिलेगी | क्यों की इन लोगों को पहले की अपेक्षा अब शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कुछ हद तक अवश्य ही राहत मिलेगी | अब विद्यार्थी उच्च शिक्षा केंद्रों से ज्ञान अर्जित कर सकते हैं साथ ही युवा भी सरकारी नौकरियों में पर्याप्त अवसर प्राप्त कर सकेंगे व अपने आप को आर्थिक स्तर पर मजबूत कर पाएंगे |

गरीब दर में कमी :-

सवर्ण आरक्षण का एक लाभ यह भी होगा | की भारत में उच्च स्तर पर फैला हुए  गरीबी दर में अवश्य ही कमी आएगी | दस प्रतिशित आरक्षण का लाभ उठा कर व्यक्ति स्वयं और देश का विकास करने में उत्तीर्ण हो सकेगा |

गरीब अल्पसंख्यक होंगे वैध :- सवर्ण आरक्षण के अंतर्गत केवल हिन्दू सवर्ण ही शामिल ही नहीं होंगे | बल्कि गरीब अल्पसंख्यक भी 10 प्रतिशित आरक्षण के दायरे में आएंगे |

कौशल लोगों को बढ़ावा :-  भारत में रहे रहे जो सामन्य वर्ग के लोग कुशल होने के बावजूद भी आरक्षण की वजह से पीछे रहे जाते थे | वह भी अब कुशल लोगों की कतार में आ कर अपने हुनर का प्रदर्शन करने में सक्षम हो पाएंगे |

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