पिछले कुछ समय से बेरोजगारी चरम स्तर है। कोरोना संक्रमण काल की वजह से देश भर में लॉकडाउन जारी है। बेशक नौकरियां जा रही हैं, लेकिन बेरोजगारों के लिए और बुरी स्थिति है। यह हालात शहर और गांव दोनों जगह बने हैं। ऐसे में युवाओं के सामने रोजी रोटी का सवाल सामने खड़ा है। आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्किल डेवलपमेंट से जुड़ी और रोजगार के सवाल को हल करने वाली दीनदयाल अंत्योदय योजना की जानकारी देंगे। उम्मीद है कि यह जानकारी आपको पसंद आएगी। आइए शुरू करते हैं-
दीनदयाल अंत्योदय योजना 2021 क्या है? What is Deendayal Antyodaya Yojana 2021
दीनदयाल अंत्योदय योजना दरअसल, देश के गरीब नागरिकों के लिए है। इसके लाभार्थियों में शहरी और गांव दोनों के ही गरीब शामिल किए गए हैं। साधारण शब्दों में अपनी बात कहें तो केंद्र सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से शहरों और गांवों के गरीब लोगों की गरीबी दूर करने पर आधारित है। सरल शब्दों में कहें तो यह भी प्रधानमंत्री रोजगार योजना जैसी ही योजना है। जो स्किल डेवलपमेंट के साथ ही रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने की बात करती है
दीनदयाल अंत्योदय योजना का शुभारंभ कब हुआ – When did Deendayal Antyodaya Yojana launch
दीनदयाल अंत्योदय योजना का बदले रूप में शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर, 2014 को किया था। इससे पूर्व अंत्योदय योजना का शुभारंभ ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नवंबर, 2011 में स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना के पुनर्गठन के रूप में किया था
दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक – Two components of Deendayal Antyodaya Yojana
दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक थे। इनमें से एक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) और दूसरे घटक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) कर दिया गया था। पहले घटक का उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के लिए कुशल और प्रभावी संस्थागत मंच तैयार करना था। ताकि उन्हें स्थायी आजीविका संवर्धन के माध्यम से घरेलू आय में बढ़ोत्तरी करने में मदद मिल सके
इसके लिए ग्रामीण हाट का आयोजन जैसी गतिविधियां भी शामिल की गई हैं। जबकि दूसरे घटक की बात करें तो उसका लक्ष्य शहर के गरीबों पर केंद्रित था। ताकि उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार हो सके और उनका जीवन स्तर ऊपर उठ सके
सरकार ने किया 500 करोड़ रुपये का प्रावधान
यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एकीकरण है। सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन यानी NRLM के तहत स्वप्रबंधित स्वयं सहायता समूहों के जरिये हमारे देश के 600 जिलों, 6000 ब्लाकों, ढाई लाख ग्राम पंचायतों और छह लाख गांवों में सात करोड़ ग्रामीण गरीब परिवारों को शामिल करने के लिए एजेंडा तैयार किया गया है
दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य क्या है? What is the purpose of Deendayal Antyodaya Yojana
जैसा कि इस संबंध में थोड़ी सी जानकारी हम आपको ऊपर भी दे चुके हैं। आपको बता दें कि दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए गरीबों के सामुदायिक संस्थानों के माध्यम से गांवों में गरीबी खत्म करने तथा आजीविकास के विभिन्न स्रोतों को बढ़ावा देने का कार्य निहित है। 2024-25 तक 10-12 करोड़ परिवारों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सुविधा देना भी इसका लक्ष्य हैवहीं, दीनदयाल उपाध्याय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के तहत शहरी गरीबों के कौशल विकास यानी स्किल डेवलपमेंट और आजीविका के अवसरों में बढ़ोत्तरी कर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है। या आप यूं भी कह सकते हैं कि इस योजना का लक्ष्य मूल रूप से शहरी बेघरों के लिए आवश्यक सेवाओं से लैस आश्रय प्रदान करना है।
इसके साथ ही शहरी सड़क विक्रेताओं की आजीविका संबंधी समस्याओं को देखते हुए उनकी उभरते बाजारों के अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त जगह, संस्थागत लोन, सामाजिक सुरक्षा, कौशल और अन्य सुविधाएं मुहैया कराना भी है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना ग्रामीण योजना के मुख्य बिंदु – Main Points of Deendayal Antyodaya Yojana Grameen Yojana
हमने आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना और इसके उद्देश्यों के बारे में बता दिया। अब हम आपको संपूर्णता में एक नजर में इस पूरी योजना के महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी देंगे। यह बिंदु इस प्रकार से हैं-
- इस योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले कौशल अब अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे और मेक इन इंडिया अभियान के पूरक बनेंगे।
- विकलांगों के प्रशिक्षण की जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा। ग्रामीण युवाओं में कौशल विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों सहित निजी क्षेत्र की कंपनियों को शामिल किया जाएगा।
- ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना होगी।
- ग्रामीण घटक गांवों के 5-10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है।
- शहरी घटक सरकार की ओर से स्थापित शहरी आजीविका केंद्रों में पांच लाख शहरी गरीबों को प्रशिक्षित करेगा।
- इस योजना के तहत प्लेसमेंट तथा स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के जरिये रोजगार के अंतर्गत सभी शहरियों को ट्रेनिंग के लिए 15 हजार से लेकर 18 हजार रुपए की राशि बतौर निवेश निधि के तौर पर दी जाती है।
- सरकार की ओर से प्रत्येक समूह को 10 हजार का प्रारंभिक सहयोग दिया जाता है। यह बैंक लिंकेज में मदद करेगा। इससे शहरी गरीबों को स्वयं सहायता समूहों के जरिये वित्तीय और सामाजिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्षम करना है।
- सरकार की ओर से इस योजना के तहत पंजीकृत फेडरेशन यानी महासंघों को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
- विक्रेताओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए विक्रेता बाजार का विकास
- शहर आजीविका केंद्रों के जरिये शहरी नागरिकों की ओर से शहरी गरीबों को बाजारोन्मुख कौशल में प्रशिक्षित करने की बड़ी मांग को पूरा किया जाएगा। प्रत्येक केंद्र को 10 लाख रुपये का पूंजी अनुदान दिया जाएगा।
- सूक्ष्म उद्यामों और समूह उद्यमों की स्थापन के जरिये स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें व्यक्ति प्रोजेक्ट के लिए दो लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी और समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी।
- सब्सिडी वाले ब्याज की दर सात प्रतिशत होगी।
- शहरी बेघरों के लिए आवासों का निर्माण और अन्य जरूरी सेवाओं का प्रावधान।
- सभी शहरों और कस्बों को कवर कर पूरी आबादी को कवर किया जाएगा
दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ लेने के लिए क्या योग्यता है? Eligibility for Deendayal Antyodaya Yojana
- हर सरकारी योजना की तरह इस योजना का लाभ लेने के लिए भी कुछ योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इन योग्यताओं में ऐसा कोई विशेष बिंदु नहीं है, जिसे पूरा करने में इस योजना का लाभ उठाने वाले इच्छुकों को किसी तरह की कोई समस्या आए। बेहद सामान्य सी योग्यताएं हैं। जैसे कि भारतीय नागरिक होना, आधार कार्ड, पहचान पत्र आदि। अब हम आपको बिंदुवार इन योग्यताओं के बारे में जानकारी देंगे। एक नजर में यह इस प्रकार से हैं
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए
- 2-आवेदक को गरीब की श्रेणी में होना चाहिए। इसका सीधा सा मतलब यह है कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के गरीब लोग ही इस योजना में शामिल हो सकते हैं
- 3-राशन कार्ड
- 4-आधार कार्ड
- 5-पहचान पत्र
- 6-निवास प्रमाण पत्र
- 7-वोटर आईडी कार्ड
- 8-मोबाइल नंबर
- 9-पासपोर्ट साइज फोटो
दीनदयाल अंत्योदय योजना 2021 ऑनलाइन आवेदन कैसे करे? How to apply for Deendayal Antyodaya Yojana 2021
आपको यह जानकारी भी जरूरी है कि आप दीनदयाल अंत्योदय योजना के लिए किस प्रकार आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए online/offline आवेदन करना होगा। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-
- सबसे पहले आवेदक को योजना (DAY-NULM या DAY-NRLM) की आधिकारिक वेबसाइट https://aajeevika.gov.in/ पर जाना होगा। आप यहाँ क्लीक करके डायरेक्ट जा सकतें हैं।
- इसके बाद आपके सामने होम पेज खुलेगा। इस होम पेज पर आपको login का option मिलेगा। आपको इस option पर click करना होगा।
- कंप्यूटर स्क्रीन पर खुले अन्य पेज पर आपको login form दिखाई देगा। इसके नीचे Register का option आएगा।
- इस विकल्प पर click करने के बाद आपके सामने अगले पेज पर registration form खुल जाएगा।
- आपको इस form में पूछी गई सारी जानकारी बिंदुवार भरनी होंगी-जैसे name, user name, email address, password, contact number, secure code आदि
- यहाँ जानकारी भरने के बाद आप create new account पर click करें।
- account बनने के बाद आप दीनदयाल अंत्योदय योजना 2020 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।
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