देश के स्ट्रीट वेंडर्स यानी कि सड़क किनारे कपड़े, कॉपी किताबें, जूते, खाने पीने का सामान बेचकर अपना गुजारा करने वाले छोटे-मोटे विक्रेताओं, फड़ रेहड़ी लगाने वाले लोगों की संख्या बहुत है। लॉक डाउन के बाद से उनकी रोजी-रोटी पर असर भी पड़ा है। लोग बाहर निकल कर अपना व्यवसाय नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों को उनका काम जमाने और आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने पीएम स्वनिधि योजना शुरू की है।
पीएम स्वनिधि योजना के द्वारा इन लोगों को रोजगार के लिए अलग से बाजार स्थापित करने जाने यानी स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाने और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने की कोशिश की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक जून, 2020 को हुई कैबिनेट बैठक में पीएम स्वनिधि योजना शुरू करने पर निर्णय हुआ। इस योजना के द्वारा तय किया गया कि देश के रेहड़ी और पटरी वालों को अपना खुद का काम नए सिरे से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार 10 हजार रुपये का लोन देगी। इस राशि को ही स्वनिधि की संज्ञा दी गई है। एक साल के भीतर किश्तों में चुकाना होगा। इस पीएम स्वनिधि योजना को प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्म निर्भर निधि के नाम से भी जाना जाता है। देश के सभी छोटे विक्रेताओं को इस योजना में शामिल किया गया है। योजना की मुख्य बात यह है कि विक्रेताओं को लोन की राशि को एक साल के भीतर किश्तों में चुकाना होगा। पीएम स्वनिधि योजना का ब्याज सरकार देगी राशि पर लगने वाले ब्याज का सात प्रतिसत केंद्र सरकार, जबकि दो प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी। यदि वेंडर्स सफलता के साथ अपना लोन एक साल में चुकाने में सफल रहता है तो यह राशि लाभार्थी के खाते में सब्सिडी के रूप में भेजी जाएगी। 50 लाख से अधिक छोटे विक्रेताओं को मिलेगा लाभ
मित्रों, आपको बता दें कि इस योजना के द्वारा 50 लाख से भी अधिक होने को लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए, रोजगार पाने के लिए लाभार्थी को आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा। बताया जा रहा है कि विभिन्न क्षेत्रों के वेंडरों, हाकरों, फड़, रेहड़ी, ठेले वालों को इसका लाभ मिलेगा। बेरोजगार युवा भी इस योजना के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकेंगे।
इस योजना के द्वारा जुर्माने का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है। यानी कि यदि आप लोन ली गई धनराशि की एक दो किश्त चुकाने में चूकते हैं यानी उसे नहीं भी चुका पाते हैं तो आप कोई जुर्माना नहीं लगेगा। इस तरह लोग बिना हिचक इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
छोटे विक्रेता इस पीएम स्व निधि योजना से लाभान्वित होंगे। इनमें किस किस को शामिल किया गया है। ये वर्ग इस प्रकार से हैं-नाई की दुकान चलाने वाले
जूता गांठने वाले या मोची
कपड़ा धुलाई की दुकान चलाने वाले यानी धोबी
सब्जियां बेचने वाले
पान की दुकान चलाने वाले यानी पनवाड़ी
फल बेचने वाले
रेडी टू ईट स्ट्रीट फूड बेचने वाले
चाय का ठेला या खोखा लगाने वाले
ब्रेड पकौड़े या अंडे बेचने वाले
कपड़े बेचने वाले या फेरी वाले
किताबें, स्टेशनरी लगाने वाले
कारीगर उत्पाद
सरकार ने ऑफलाइन इस योजना के लिए आवेदन की सुविधा मुहैया कराई है। हालांकि आवेदक इस योजना से जुड़ी सारी जानकारी वेबसाइट पर देखकर ऑनलाइन ही स्वयं से जुड़ी सारी जानकारी अपलोड कर सकेंगे। स्ट्रीट वेंडर्स जिन बैंकों में लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए सरकार की ओर से बाकायदा एक सूची जारी की गई है। यह सूची योजना की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। आवेदक इसमें बैंक का नाम देखकर अपनी नजदीकी शाखा में जाकर इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकता है।
पीएम स्व निधि योजना के तहत आवेदन के लिए भी एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है। आइए अब आपको बताते हैं कि यह प्रक्रिया क्या है
सबसे पहले आवेदक को ऑफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ पर जाना होगा। इसके बाद आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होम पेज खुल जाएगा।
इस होम पेज पर आपको plaaning to apply for loan का विकल्प होगा। इसके बाद इस सेक्शन के सभी तीन स्टेप्स को पढ़कर आगे बढ़ें। इसके पश्चात view more के विकल्प पर click करें। इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा। इस पेज पर आपको view/download form के विकल्प पर क्लिक करना होगा।इसके बाद आपके सामने स्वनिधि योजना की पीडीएफ खुल जाएगी।
अब आपको यह करना है कि आप इस पीडीएफ को डाउनलोड कर लें।
इसके बाद इसमें पूछी गई सभी जानकारी भर दें।
अपनी सारी जानकारी भरने के बाद application संग अपने दस्तावेजों को attach कर दें।
इसके बाद अपना आवेदन फार्म नीचे बताए गए संस्थानों में जाकर जमा कर दें।
लोन देने वाले संस्थानों की सूची ऐसे देखें?
जैसा कि हमने आपको बताया कि इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए कई बैंकों के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। अब हम आपको बताएंगे कि आप लोन प्रदान करने वालों की सूची किस प्रकार से देख सकते हैं। यह प्रक्रिया इस प्रकार से है-
साथियों, सबसे पहले आफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/Home/PreApplication पर जाएं।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जाएगा। यहां पर view more के विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
इस पेज पर आपको lenders list का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा।
अब इसके बाद आपके सामने बैंकों की सूची खुल जाएगी।
यह बताने की जरूरत नहीं कि इस सूची को देखने के बाद आप संबंधित बैंक में जाकर अपना आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
वेंडर सर्वेक्षण सूची में अपनी स्थिति कैसे जांचें- How to check your status in the Vendor Survey list?
आपको योजना का लाभ उठाने के लिए सर्वे लिस्ट में अपनी स्थिति भी जांचनी होगी। दोस्तों, यह प्रक्रिया बहुत सरल है। अब हम आपको इसकी जानकारी देंगे।
आप सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/Home/PreApplication पर जाएं।
इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
होम पेज पर जाने के बाद view more के विकल्प पर क्लिक करें।
इसके बाद आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर अगला पेज खुल जाएगा।
इस नए पेज पर आपको vendors survey list का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद आपके सामने एक फार्म खुल जाएगा।
इसमें आपको अपने से जुड़ी सारी जानकारी जैसे-राज्य का नाम, शहरी स्थायी निकाय, स्ट्रीट वेंटर यानी अपना नाम, पति/पत्नी का नाम, मोबाइल नंबर, वेंडिंग नंबर सर्टिफिकेट आदि की जानकारी भरनी होगी।
जानकारी भरने के बाद search के विकल्प पर क्लिक करें।
इसके बाद आपको अपनी सर्वे स्थिति, सड़क विक्रेता सर्वेक्षण जांच कर सकते हैं। पीएम स्वनिधि योजना के तहत मुख्य बाजारों से अलग स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाने की भी योजना है। कई जगह स्ट्रीट वेंडिंग जोन का चिन्हीकरण हो चुका है। इस कार्य को नगर निगम और नगर पालिका प्रशासन के सहयोग से आगे बढ़ाएंगे। कई जिलों में स्ट्रीट वेंडिंग जोन के लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है और कई जगह यह कार्रवाई अभी जारी है। पालिकाओं ने सर्वे कर इस जोन में स्थापित करने के लिए पालिका क्षेत्र के स्ट्रीट वेंडरों की लिस्ट भी तैयार की है। उम्मीद की जा रही है कि इन्हें स्ट्रीट वेंडिंग जोन में जगह मिलने से मुख्य बाजारों में भीड़ पर नियंत्रण हो सकेगा। इससे वहां होने वाले हादसों पर रोक लगेगी और खरीदारों को भी सुविधा होगी।
स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक जगह तय कर देने से यह फायदा होगा कि उन्हें जरूरत का सारा सामान एक ही जगह उपलब्ध हो सकेगा। जैसे कि किसी को यदि बाल कटवाने हैं और कपड़े खरीदने हैं और साथ ही अन्य सामान की भी खरीदारी करनी है तो उसे किसी अन्य स्थान पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। उसके लिए एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं मौजूद होने से उसे सहूलियत होगी।
किसी भी खरीदार को किसी वस्तु के लिए बड़े बाजारों की तरह यहां वहां भटकना नहीं पड़ेगा। बड़े शहरों में खास तौर पर इस सुविधा से ग्राहकों का काफी समय बचेगा। वहीं, वस्तु विक्रेताओं के लिए भी यह एक कारगर कदम साबित होगा। अधिकांश बड़े शहरों में इस तरह की व्यवस्था कई जगह पहले से ही है।
पीएम स्वनिधि योजना के द्वारा इन लोगों को रोजगार के लिए अलग से बाजार स्थापित करने जाने यानी स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाने और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने की कोशिश की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक जून, 2020 को हुई कैबिनेट बैठक में पीएम स्वनिधि योजना शुरू करने पर निर्णय हुआ। इस योजना के द्वारा तय किया गया कि देश के रेहड़ी और पटरी वालों को अपना खुद का काम नए सिरे से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार 10 हजार रुपये का लोन देगी। इस राशि को ही स्वनिधि की संज्ञा दी गई है। एक साल के भीतर किश्तों में चुकाना होगा। इस पीएम स्वनिधि योजना को प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्म निर्भर निधि के नाम से भी जाना जाता है। देश के सभी छोटे विक्रेताओं को इस योजना में शामिल किया गया है। योजना की मुख्य बात यह है कि विक्रेताओं को लोन की राशि को एक साल के भीतर किश्तों में चुकाना होगा। पीएम स्वनिधि योजना का ब्याज सरकार देगी राशि पर लगने वाले ब्याज का सात प्रतिसत केंद्र सरकार, जबकि दो प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी। यदि वेंडर्स सफलता के साथ अपना लोन एक साल में चुकाने में सफल रहता है तो यह राशि लाभार्थी के खाते में सब्सिडी के रूप में भेजी जाएगी। 50 लाख से अधिक छोटे विक्रेताओं को मिलेगा लाभ
मित्रों, आपको बता दें कि इस योजना के द्वारा 50 लाख से भी अधिक होने को लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए, रोजगार पाने के लिए लाभार्थी को आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा। बताया जा रहा है कि विभिन्न क्षेत्रों के वेंडरों, हाकरों, फड़, रेहड़ी, ठेले वालों को इसका लाभ मिलेगा। बेरोजगार युवा भी इस योजना के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकेंगे।
इस योजना के द्वारा जुर्माने का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है। यानी कि यदि आप लोन ली गई धनराशि की एक दो किश्त चुकाने में चूकते हैं यानी उसे नहीं भी चुका पाते हैं तो आप कोई जुर्माना नहीं लगेगा। इस तरह लोग बिना हिचक इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
छोटे विक्रेता इस पीएम स्व निधि योजना से लाभान्वित होंगे। इनमें किस किस को शामिल किया गया है। ये वर्ग इस प्रकार से हैं-नाई की दुकान चलाने वाले
जूता गांठने वाले या मोची
कपड़ा धुलाई की दुकान चलाने वाले यानी धोबी
सब्जियां बेचने वाले
पान की दुकान चलाने वाले यानी पनवाड़ी
फल बेचने वाले
रेडी टू ईट स्ट्रीट फूड बेचने वाले
चाय का ठेला या खोखा लगाने वाले
ब्रेड पकौड़े या अंडे बेचने वाले
कपड़े बेचने वाले या फेरी वाले
किताबें, स्टेशनरी लगाने वाले
कारीगर उत्पाद
सरकार ने ऑफलाइन इस योजना के लिए आवेदन की सुविधा मुहैया कराई है। हालांकि आवेदक इस योजना से जुड़ी सारी जानकारी वेबसाइट पर देखकर ऑनलाइन ही स्वयं से जुड़ी सारी जानकारी अपलोड कर सकेंगे। स्ट्रीट वेंडर्स जिन बैंकों में लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए सरकार की ओर से बाकायदा एक सूची जारी की गई है। यह सूची योजना की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। आवेदक इसमें बैंक का नाम देखकर अपनी नजदीकी शाखा में जाकर इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकता है।
पीएम स्व निधि योजना के तहत आवेदन के लिए भी एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है। आइए अब आपको बताते हैं कि यह प्रक्रिया क्या है
सबसे पहले आवेदक को ऑफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ पर जाना होगा। इसके बाद आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होम पेज खुल जाएगा।
इस होम पेज पर आपको plaaning to apply for loan का विकल्प होगा। इसके बाद इस सेक्शन के सभी तीन स्टेप्स को पढ़कर आगे बढ़ें। इसके पश्चात view more के विकल्प पर click करें। इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा। इस पेज पर आपको view/download form के विकल्प पर क्लिक करना होगा।इसके बाद आपके सामने स्वनिधि योजना की पीडीएफ खुल जाएगी।
अब आपको यह करना है कि आप इस पीडीएफ को डाउनलोड कर लें।
इसके बाद इसमें पूछी गई सभी जानकारी भर दें।
अपनी सारी जानकारी भरने के बाद application संग अपने दस्तावेजों को attach कर दें।
इसके बाद अपना आवेदन फार्म नीचे बताए गए संस्थानों में जाकर जमा कर दें।
लोन देने वाले संस्थानों की सूची ऐसे देखें?
जैसा कि हमने आपको बताया कि इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए कई बैंकों के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। अब हम आपको बताएंगे कि आप लोन प्रदान करने वालों की सूची किस प्रकार से देख सकते हैं। यह प्रक्रिया इस प्रकार से है-
साथियों, सबसे पहले आफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/Home/PreApplication पर जाएं।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जाएगा। यहां पर view more के विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
इस पेज पर आपको lenders list का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा।
अब इसके बाद आपके सामने बैंकों की सूची खुल जाएगी।
यह बताने की जरूरत नहीं कि इस सूची को देखने के बाद आप संबंधित बैंक में जाकर अपना आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
वेंडर सर्वेक्षण सूची में अपनी स्थिति कैसे जांचें- How to check your status in the Vendor Survey list?
आपको योजना का लाभ उठाने के लिए सर्वे लिस्ट में अपनी स्थिति भी जांचनी होगी। दोस्तों, यह प्रक्रिया बहुत सरल है। अब हम आपको इसकी जानकारी देंगे।
आप सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/Home/PreApplication पर जाएं।
इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
होम पेज पर जाने के बाद view more के विकल्प पर क्लिक करें।
इसके बाद आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर अगला पेज खुल जाएगा।
इस नए पेज पर आपको vendors survey list का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद आपके सामने एक फार्म खुल जाएगा।
इसमें आपको अपने से जुड़ी सारी जानकारी जैसे-राज्य का नाम, शहरी स्थायी निकाय, स्ट्रीट वेंटर यानी अपना नाम, पति/पत्नी का नाम, मोबाइल नंबर, वेंडिंग नंबर सर्टिफिकेट आदि की जानकारी भरनी होगी।
जानकारी भरने के बाद search के विकल्प पर क्लिक करें।
इसके बाद आपको अपनी सर्वे स्थिति, सड़क विक्रेता सर्वेक्षण जांच कर सकते हैं। पीएम स्वनिधि योजना के तहत मुख्य बाजारों से अलग स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाने की भी योजना है। कई जगह स्ट्रीट वेंडिंग जोन का चिन्हीकरण हो चुका है। इस कार्य को नगर निगम और नगर पालिका प्रशासन के सहयोग से आगे बढ़ाएंगे। कई जिलों में स्ट्रीट वेंडिंग जोन के लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है और कई जगह यह कार्रवाई अभी जारी है। पालिकाओं ने सर्वे कर इस जोन में स्थापित करने के लिए पालिका क्षेत्र के स्ट्रीट वेंडरों की लिस्ट भी तैयार की है। उम्मीद की जा रही है कि इन्हें स्ट्रीट वेंडिंग जोन में जगह मिलने से मुख्य बाजारों में भीड़ पर नियंत्रण हो सकेगा। इससे वहां होने वाले हादसों पर रोक लगेगी और खरीदारों को भी सुविधा होगी।
स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक जगह तय कर देने से यह फायदा होगा कि उन्हें जरूरत का सारा सामान एक ही जगह उपलब्ध हो सकेगा। जैसे कि किसी को यदि बाल कटवाने हैं और कपड़े खरीदने हैं और साथ ही अन्य सामान की भी खरीदारी करनी है तो उसे किसी अन्य स्थान पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। उसके लिए एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं मौजूद होने से उसे सहूलियत होगी।
किसी भी खरीदार को किसी वस्तु के लिए बड़े बाजारों की तरह यहां वहां भटकना नहीं पड़ेगा। बड़े शहरों में खास तौर पर इस सुविधा से ग्राहकों का काफी समय बचेगा। वहीं, वस्तु विक्रेताओं के लिए भी यह एक कारगर कदम साबित होगा। अधिकांश बड़े शहरों में इस तरह की व्यवस्था कई जगह पहले से ही है।
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