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सहकार मित्र योजना क्या है What is Sahakar Mitra Scheme

 

सहकार मित्र योजना क्या है? What is Sahakar Mitra Scheme?

सहकार मित्र योजना के संचालन का जिम्मा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास है। आपको बता दें कि 11 जून, 2020 को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम यानी एनीसीडीसी की इस सहकार मित्र योजना यानी सहकार इंटर्नशिप प्रोग्राम (SIP) का शुभारंभ किया है। इस योजना से युवाओं को सहकारिता के क्षेत्र में कार्य का अनुभव मिलेगा। वह इंटर्नशिप या ट्रेनिंग के लिए किसी संगठन से जुड़ पाएंगे। इस योजना के तहत कृषि और संबंधित क्षेत्र के साथ ही आईटी में ग्रेजुएट युवा इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए पात्र होंगे। आपको यह भी बता दें कि इस प्रोग्राम के लिए उनसे कोई फीस नहीं ली जाएगी। इस योजना से युवाओं को सहकारिता के क्षेत्र में कार्य का अनुभव मिलेगा। वह इंटर्नशिप या ट्रेनिंग के लिए किसी संगठन से जुड़ पाएंगे। इस योजना के तहत कृषि और संबंधित क्षेत्र के साथ ही आईटी में ग्रेजुएट युवा इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए पात्र होंगे। आपको यह भी बता दें कि इस प्रोग्राम के लिए उनसे कोई फीस नहीं ली जाएगी।

ऑनलाइन आवेदन पोर्टल भी किया गया लांच

इसके पीछे सोच युवा प्रोफेशनल्स को सहकारिता का प्रैक्टिकल अनुभव देने से जुड़ी है। सहकार मित्र कृषक उत्पादक संगठनों यानी एफपीओ में अपनी भूमिका निभाकर सहकारिता के माध्यम से व्यावायिक शैक्षिक संस्थानों के प्रोफेशनलों को नेतृत्व और उद्यमशीलता को विकसित करने के लिए अवसर प्रदान करेगा।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने एनसीडीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध इंटर्नशिप आवेदन ऑनलाइन पोर्टल को भी इसी दिन लांच किया। यह इसलिए किया गया ताकि योजना की शुरुआत से ही लोग इस योजना का ऑनलाइन लाभ उठा सकें। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकें। इसके लिए एक पूरी प्रक्रिया निर्धारित की गई है।

ऑनलाइन आवेदन पोर्टल भी किया गया लांच

इसके पीछे सोच युवा प्रोफेशनल्स को सहकारिता का प्रैक्टिकल अनुभव देने से जुड़ी है। सहकार मित्र कृषक उत्पादक संगठनों यानी एफपीओ में अपनी भूमिका निभाकर सहकारिता के माध्यम से व्यावायिक शैक्षिक संस्थानों के प्रोफेशनलों को नेतृत्व और उद्यमशीलता को विकसित करने के लिए अवसर प्रदान करेगा।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने एनसीडीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध इंटर्नशिप आवेदन ऑनलाइन पोर्टल को भी इसी दिन लांच किया। यह इसलिए किया गया ताकि योजना की शुरुआत से ही लोग इस योजना का ऑनलाइन लाभ उठा सकें। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकें। इसके लिए एक पूरी प्रक्रिया निर्धारित की गई है।


चार महीने तक पेड इंटर्नशिप का मौका

अब आपको इस सहकार मित्र योजना से जुड़ी सबसे अहम और सर्वाधिक लाभ की बात बताते हैं। मित्रों, बात यह है कि इस सहकार मित्र योजना के तहत लाभ पाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले युवा को चार महीने तक इंटर्नशिप करनी होगी। यह इंटर्नशिप मुफ्त नहीं होगी। जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि इस दौरान रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यक्ति को वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके अलावा कृषि, व्यापार, सहकारिता, वित्त, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, वाणिज्य, ग्राम विकास, परियोजना प्रबंधन से एमबीए कर रहे या कर चुके युवक भी इसके लिए अर्ह होंगे।

राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम यानी एनसीडीसी ने सहकार मित्र पेड इंटर्नशिप के लिए एक फंड बनाया है। इससे यह भी फायदा होगा कि नौजवान अपना खुद का बिजनेस शुरू करने की भी पहल कर सकेंगे। इसे यूं भी समझ सकते हैं कि इससे स्व रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

यह हैं योजना की खास बातें –

हमने ऊपर आपको बताया कि सहकार मित्र योजना क्या है। अब हम आपको एक नजर में इस योजना की खास बातों को बताएंगे। यह इस प्रकार से हैं-

  • सहकार मित्र योजना का लाभ केवल भारत के नागरिकों को ही मिल सकता है।
  • सहकार मित्र योजना का लाभ उठाने के लिए रजिस्ट्रे्शन जरूरी है।
  • रजिस्ट्रे्शन के लिए कोई फीस नहीं रखी गई है।
  • कृषि एवं संबंधित क्षेत्र के युवा या आईटी के ग्रेजुएट आवेदन के लिए अर्ह होंगे।
  • किसी अन्य प्रोफेशनल कोर्स की डिग्री ले रहे या डिग्री की पढ़ाई खत्म कर चुके लोग भी आवेदक बन सकते हैं।
  • इन प्रोफेशनल कोर्स में एमबीए इन एग्रीबिजनेस, को-आपरेटिव मैनेजमेंट, इंटरनेशनल ट्रेड, फॉरेस्ट्री, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जैसे कोर्स शामिल हैं।
  • आवेदक को इंटर्नशिप के साथ एक धनराशि भी भुगतान की जाएगी।
  • इंटर्नशिप चार महीने की होगी।
  • चार महीने की अवधि पूरी होने के बाद आवेदक को एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
  • उनके लिए ट्रेंड होकर रोजगार के दरवाजे खुलेंगे या वह खुद का बिजनेस भी कर सकेंगे।

रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज – Documents Required For Registration

यह मानकर चलिए कि तमाम दूसरी सरकारी योजनाओं की तरह सहकार मित्र योजना के लिए आवेदन करने को भी लाभार्थी को कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी। यह दस्तावेज साथ लगाकर ही लाभार्थी योजना का लाभ ले सकेंगे। यह दस्तावेज इस प्रकार से हैं-

  • आवेदक की डिग्री की फोटो कॉपी
  • आवेदक का मोबाइल नंबर
  • एंव आवेदक का ईमेल आईडी
  • आवेदक का आयु प्रमाण पत्र
  • आवेदक का आधार कार्ड

सहकार मित्र योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? How to apply for Sahakar Mitra Scheme online?

जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि आप इस सहकार मित्र योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। अब हम आपको योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन किस तरह किया जाए, इसकी प्रक्रिया की जानकारी देंगे। आप ध्यान से इस प्रक्रिया को कदम-दर-कदम फॉलो करें। यह कदम इस प्रकार से हैं-

  • सबसे पहले आवेदक को योजना की वेबसाइट http://sip.ncdc.in/ पर click करना होगा। link पर click करते ही आप वेबसाइट के होम पेज पर आ जाएंगे।
  • इस पेज पर आपको दो option दिखाई देंगे। पहला option new registration का होगा। दूसरा पहले से रजिस्टर्ड युवाओं के लिए यानी already registered.
सहकार मित्र योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? How to apply for Sahakar Mitra Scheme online?

  • यहां आपको new  registration के option पर click करना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
  • यहां इस पेज पर आपको एक छोटा सा फॉर्म दिखाई देगा। इस फॉर्म में आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, जन्म तिथि, पासवर्ड डालना होगा।
सहकार मित्र योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? How to apply for Sahakar Mitra Scheme online?
  • जानकारी भरने के बाद आपको captcha पर click करना होगा। आपको यह भी बता दें कि captcha इसलिए दिया जाता है, ताकि यह verify किया जा सके कि फॉर्म भरने वाला एक हाड़-मांस का इंसान ही है। वह कोई मशीन या robot नहीं है। ऐसा सुरक्षा की दृष्टि से किया जाता है।
  • इसके बाद खुद को verify कराकर आप register के option पर click करें।
  • इस तरह आपका registration हो जाएगा।
  • अब आप अपने account में login कर सकेंगे। इसके साथ ही यहां आपको internship का option भी दिख जाएगा।

सरकार स्किल इंडिया मिशन भी चला रही, स्टार्टअप योजना भी

आपको बता दें कि युवाओं को शिक्षा के साथ ही स्किल्ड बनाने के लिए केंद्र सरकार पहले ही स्किल इंडिया मिशन चला रही है। इसके तहत वोकेशनल कोर्सेज पर भी फोकस किया जा रहा है। साथ ही स्टार्ट अप इंडिया योजना भी चल रही है। इसके तहत अच्छे आइडिया को वित्तीय मदद के साथ ही अन्य सहायता भी सरकार मुहैया करा रही है। इसके साथ विश्वविद्यालय के बिजनेस और अन्य कोर्सों की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को भी जोड़ा जा रहा है।

इसके लिए विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही एंजेल इन्वेस्टर का भी प्रावधान किया गया है। यह इन्वेस्टर छात्र या छात्रा के आइडिया में निवेश कर उससे होने वाले लाभ में कुछ साल तक हिस्सेदारी के हकदार होते हैं। ऐसा इसलिए भी किया गया, ताकि निवेशकों के पैसे और अनुभव का लाभ नव युवाओं को मिल सके। कई राज्यों में इसका अच्छा असर भी देखने को मिला है। कई नौजवान उद्यमी स्टार्ट अप इंडिया के सहारे सामने आए हैं। इनकी सफलता से अन्य युवाओं को भी आगे आने की प्रेरणा मिल रही है।

आत्मनिर्भर भारत की सोच को आगे बढ़ाएगी यह योजना

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले ही लॉकडाउन के दौरान देश को आत्म निर्भर भारत के रूप में संसार में स्थापित किए जाने की सोच साझा की थी। यह सहकार मित्र योजना भी उनकी इसी सोच को आगे बढ़ाएगी। यह सीधे सीधे युवाओं को स्किल में निपुण बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने से संबंधित है।

दोस्तों, जैसा कि आप जानते ही हैं, देश में बेरोजगारी बहुत है और स्किल्ड युवाओं की भी अच्छी खासी कमी है। लॉकडाउन ने इस स्थिति में और बढ़ोत्तरी की है। काम-धंधों में लगातार कमी हो रही है। अर्थव्यवस्था धीमी गति से रेंग रही है। ऐसे में सहकार मित्र योजना के जरिये कोर्स के बाद इंटर्नशिप कराकर उनको सहकार के क्षेत्र में स्किल्ड बनाने की तैयारी है। उनको अलग अलग सेक्टर के लिए तैयार किया जाएगा। ताकि युवाओं को अच्छा रोजगार मिल सके और वह आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बन सकें। उनकी रुचि इस प्रोग्राम में बनी रहे, इसलिए इसे राशि भुगतान से भी जोड़ा गया है। जैसा कि हमने आपको बताया है कि वह अपना बिजनेस भी खड़ा कर सकते हैं। यानी स्वयं आत्मनिर्भर बनकर अपने जैसे कई युवाओं को भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसारित कर सकते हैं।

गांव और छोटे शहरों के युवाओं को बड़ा फायदा

बड़े पैमानों पर शहरीकरण के बावजूद अभी भी भारत की एक बड़ी आबादी गांवों में ही बसती है। बड़ी संख्या में युवा कृषि यानी एग्रीकल्चर की पढ़ाई करते हैं। सरकार ने तमाम राज्यों में कृषि और उद्यानिकी विश्वविद्यालय भी खोले हुए हैं। ऐसे कॉलेजों में बड़ी तादाद में ग्रामीणों के बच्चे पढ़ने जाते हैं। वह कृषि में स्नातक की पढ़ाई करने के बाद वह आगे की पढ़ाई का भी रुख करते हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें सीधे किसी कंपनी में जॉब की जगह इंटर्नशिप के जरिये ट्रेंड होकर नौकरी करने का अधिक फायदा होगा।

इसके साथ ही चार महीने का वेतन भी उन्हें मिलेगा। इससे उन्हें अपने खर्च के लिए पढ़ाई के बाद किसी का मुंह देखने की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। स्किल पास होने से उनके सामने किसी एक कंपनी में ही बंधकर काम करने की मजबूरी भी नहीं होगी। वह अपनी विशेष योग्यता के लिहाज से अपने लिए नौकरी हासिल कर सकेंगे। या फिर अपना कोई व्यवसाय खड़ा कर सकेंगे। यदि वह ऐसा करना चाहेंगे तो।

इस वक्त सरकार व्यवसाय करने के इच्छुक लोगों को भी कई तरह की सहायता मुहैया करा रही है। इसमें आइडिया जेनरेट करने पर वित्तीय सहायता देने से लेकर उन्हें संबंधित प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस इसे जमाने के लिए लोन मुहैया कराने जैसी कई तरह की सहायता शामिल हैं।

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