प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों की शादी के लिए सहायता का प्रावधान किया गया है। सरकार की ओर से बीपीएल श्रेणी के परिवारों की दो बेटियों के लिए 50 हजार रूपये की आर्थिक मदद की जाएगी। शर्त यह है कि योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए मुखिया की आय सालाना 15 हजार से कम हो। यदि आय इससे ज्यादा है तो व्यक्ति इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेगा। इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि इस योजना के अंतर्गत सरकार की ओर से सामान्य श्रेणी के परिवारों की विधवा महिलाओं की दो बेटियों के लिए एकमुश्त 50 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। दो से अधिक बेटियों के लिए इस योजना के तहत आवेदन नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के तहत दी जा रही इस सहायता राशि से बिटिया के विवाह की तैयारियों में जुटे परिवारों को खासी सहायता मिलेगी। कोरोना संक्रमण काल में जहां काम धंधे ठप हो गए हैं। लोगों की नौकरियां छूट गई है विभिन्न कंपनियों में छंटनी का दौर जारी है। और ऊपर से अर्थव्यवस्था पूरी तरह से बैठ चुकी है। ऐसे समय में महंगाई सिर चढ़कर बोल रही है।लिहाजा बेटी की शादी के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली धनराशि बेशक आपको ऊंट के मुंह में जीरा समान ही क्यों ना लगे, लेकिन बेहद काम की साबित होगी।
विवाह के समय दी जाएगी सहायता धनराशि –
प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के तहत दो बेटियों की शादी के लिए दी जाने वाली 50 हजार की यह सहायता राशि बालिका के विवाह के समय दी जाएगी। इससे पहले यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शादी के समय बेटी की उम्र 18 साल पूरी हो चुकी हो। यदि बेटी की उम्रकम है और वह शादी करने जा रहे हैं तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा, जिसके अनुसार शादी के वक्त बेटी की उम्र 18 साल होनी आवश्यक है। इसके साथ ही वह योजना के तहत किसी भी तरह के लाभ के हकदार भी नहीं होंगे। यदि कोई आवेदन करता भी है तो वह निरस्त हो जाएगा।
प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना का उद्देश्य – वस्तुतः केंद्र सरकार का मकसद गरीब परिवारों की मदद करना है। इन परिवारों में बेटी के विवाह के समय दान-दहेज के वक्त बहुत व्यय होता है। कई परिवार तो बेटी के जन्म के साथ ही उसकी शादी के लिए कपड़े, जेवर आदि जोड़ना शुरू कर देते हैं। कई परिवार बेटियों को ज्यादा पढ़ाते भी नहीं, क्योंकि वह यह मानते हैं कि ससुराल ही उनका घर है।
ससुराल वाले यदि आगे पढ़ाना चाहेंगे तो बेटी को आगे पढ़ाएंगे। वह बेटी की शादी करके ही अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर देते हैं। शादी के इस महत्वपूर्ण कार्य में गरीब परिवारों की मदद को सके, इसके लिए केंद्र सरकार इस योजना को लेकर आई है। इसके तहत दोस्तों, जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं, अधिकतम 50 हजार रूपये की राशि देय होगी।
कानूनी रूप से गोद ली बेटी भी लाभ की पात्र –
यदि किसी व्यक्ति ने बेटी को कानूनन गोद लिया है तो यह बेटी भी प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के तहत लाभ की पात्र होगी। इस बेटी को प्राथमिक लाभार्थी माना जाएगा। कई लोगों के दिमाग में गोद ली बेटी को योजनाओं का लाभ मिलने संबंधी कन्फ्यूजन होता है। मित्रों, यहां आपको यह भी बता दें कि यदि मुखिया की दो से अधिक बेटी हैं तो भी केवल दो ही बेटियों को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
सीधे बेटी के खाते में डीबीटी से जाएगी राशि –
50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि को बेटी की शादी के अलावा अन्य किसी कार्य में व्यय नहीं किया जा सकेगा। यह राशि मां-बाप के खाते नहीं, जाएगी बल्कि इस राशि का सीधे बेटी के खाते में डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्र्ांसफर होगा। ऐसा इसलिए ताकि इस राशि का उसी कार्य में उपयोग किया जा सके, जिसके लिए इसे इस्तेमाल किए जाने का प्रावधान किया गया है। सरकार नहीं चाहती कि इस योजना का भी उसी तरह का हाल हो जैसा कई अन्य सरकारी योजनाओं का हुआ है। जैसे कि योजना में लाभार्थी धनराशि लेकर उसका किसी अन्य कार्य में इस्तेमाल कर लेता है। यह योजना बेटियों की शादी के लिए है तो उनकी शादी में सहायता को दी जाने वाली धनराशि का उपयोग उसी काम के लिए हो, यह सरकार सुनिश्चित करना चाहती है। दोस्तों, धीरे-धीरे इस योजना को पूरे देश में लागू किया जाएगा।
बेटे की चाह में बेटियों की लाइन लग देते हैं लोग –
कई परिवारों में आपने देखा ही होगा कि बेटे की चाह में लोग बेटियों की लाइन लगा देते हैं। सरकार के हम दो, हमारे दो के नारे का कोई असर उनके ऊपर नहीं दिखाई देता। वह यह भी नहीं सोचते कि वह जो बच्चों की लाइन लगा रहे हैं, उनकी परवरिश किस प्रकार से होगी। वह अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में भी कोई सोच विचार नहीं करते। उनकी चाहत सिर्फ इतनी होती है कि उनका पुत्र पैदा हो, ताकि उनकी वंशबेल आगे बढ़ सके।
परिवार के बड़े बुजुर्ग भी इस सोच को पानी देने में सबसे आगे रहते हैं। उनकी सोच यह होती है कि बेटी तो विवाह के बाद अपनी ससुराल चली जाएगी और उनकी देख रेख तो बेटा ही करेगा। इसका नतीजा यह होता कि परिवार बड़ा हो जाता है और मुखिया की आमदनी बड़े परिवार के पालन पोषण को देखते हुए पूरी नहीं पड़ती।
कई स्थानों पर आपने खुद भी देखा होगा कि छह-सात सदस्यों के परिवार में सभी लोग कमाते हैं, फिर भी गुजारा नहीं होता। इसकी वजह महंगाई का उच्चतम स्तर पर पहुंचना भी है। कमाई जितनी भी हो, कम ही पड़ती है।
प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज –
जिस तरह किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ न कुछ दस्तावेज आवश्यक रूप से लगाने पड़ते हैं, उसी प्रकार प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना का लाभ उठाने के लिए भी कुछ दस्तावेज संलग्न करना
आवश्यक किया गया है। यह दस्तावेज इस प्रकार से हैं-
बीपीएल श्रेणी का प्रमाण
मुखिया का आधार कार्ड
एंव मुखिया का जाति प्रमाण पत्र
मुखिया का आय प्रमाण पत्र
बेटी का बैंक खाता संख्या
बेटी के विवाह का प्रमाण पत्र
मुखिया का राशन कार्ड
बेटी का आयु प्रमाण पत्र
बेटी की पासपोर्ट साइज फोटो
प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवश्यक शर्तें –
साथियों, आपको स्पष्ट कर दें कि सभी वर्गों के लोग इस योजना के तहत लाभ पाने के हकदार नहीं होंगे। सरकार ने योजना का लाभ पाने के लिए कुछ शर्तें निर्धारित की हैं, उन्हें पूरा करने वाले ही इस प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना का लाभ उठा सकेंगे। यह शर्तें इस प्रकार से हैं-
केवल बीपीएल श्रेणी के परिवार को ही इस प्रधानमंत्री ब योजना का लाभ मिलेगा
यह लाभ केवल दो बेटियों की शादी के लिए लिया जा सकेगा
अधिकतम राशि केवल 50 हजार रूपये की ही दी जाएगी
इस योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के मुखिया की सालाना आय 15 हजार से कम ही होनी चाहिए
गरीब तबके लिए पीएम बालिका अनुदान योजना अहम साबित होगी –
प्रधानमंत्री की यह महत्वाकांक्षी योजना है। माना जा रहा है कि गरीब तबके लिए यह योजना अहम साबित होगी। सामाजिक व्यवस्था के अनुसार विवाह समारोहों में खर्च एक सामान्य बात है और पुत्री की शादी में तो जरूरत से ज्यादा खर्च होता है। समाज में पहले दहेज का बोलबाला था। शारदा एक्ट के जरिये दहेज प्रथा पर रोक का कानून आया, लेकिन इसके बावजूद आज भी दहेज को लेकर ससुराल में बेटियों को प्रताड़ित करने, उन्हें सताने और मौत के मुंह में पहुंचाने की घटनाओं में कमी नहीं आई है।
हालात आज भी बहुत नहीं बदले हैं। आज भी आलम यह है कि बेटी के माता पिता उसे ससुराल भेजते वक्त अपनी हैसियत से बढ़ चढ़कर सामान और जेवरात आदि वस्तुएं देते हैं। इसे कन्या धन माना गया है। इन वस्तुओं पर होने वाला खर्च कम नहीं होता। कई जगह तो बेटी के पिता अपना घर बार बेचकर भी बेटी को शादी में देने के लिए यह वस्तुएं जुटाते हैं। ऐसे में बेटी की शादी में सहायता के लिए प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना में आवेदन कैसे करें?
प्रधानमंत्री बालिका अनुदान योजना के तहत आवेदन के लिए अभी आधिकारिक तौर पर प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। अभी इसकी वेबसाइट आने का भी इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही यह प्रक्रिया शुरू होगी, हम आपको इसकी जानकारी देंगे। इसके लिए आप लगातार हमारी वेबसाइट चेक करते रहिए।
आपको इस योजना से जुड़े हर सवाल का जवाब मिलेगा। सवाल पूछने के लिए नीचे दिए गए कमेंट बाॅक्स में आप कमेंट कर सकते हैं। आपका सवाल हम तक पहुंच जाएगा। आपको बता दें कि आप इस योजना से जुड़े किसी ऐसे बिंदु के बारे में भी हमसे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जिस पर आप अधिक जानना चाहते हों।
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